तोरा मन दर्पण
मनुष्य का मस्तिष्क एक अदभुत चीज है।इक्कीसवीं शताब्दी में मस्तिष्क का बहुत संशोधन हो रहा है । इंसान ध्यान देता है या विचारों में खोया रहता है उस समय मस्तिष्क में क्या होता है यह अब मालूम हुआ है।
चिन्ता, अवसाद जैसी भावनिक समस्याओं में मस्तिष्क का कौनसा पार्ट ज्यादा संवेदनशील होता है, उस पर ध्यान का क्या असर पड़ता हैं यह भी समझने लगा है।
न्यूरोप्लास्टीसिटी याने की मस्तिष्क में उसे मिलने वाले अनुभवों से बदलाव होते रहते है यह बात पुरानी गलतफहमि दूर करने वाली है।
ध्यान का मस्तिष्क पर होनेवाला असर इस पर हो रहा संशोधन बहुत ही महत्वपूर्ण है।इसके कारण ही मानसिक बीमारियों में और तनाव में ध्यान का इस्तेमाल मनो चिकित्सा में होने लगा है।
इस किताब में यह आधुनिक संशोधन और मनोचिकित्सा के बारे में आसान तरीके से जानकारी मिलेगी।
हमारे समाज मे ध्यान हमेशा ईश्वर भक्ति औऱ मोक्ष प्राप्ति से जुड़ा रहा हैं।लेकिन ध्यान का इस्तेमाल स्वास्थ्य और शिक्षा में भी होना जरूरी हैं।ध्यान के विभिन्न तरीकों को जानकर ऐहिक उन्नति के लिए कौनसा ध्यान कौनसे उद्देश्य से किया जा सकता है यह बात भी इस किताब पढ़ने से जान सकते हो।बढ़ते हुए तनाव और मानसिक बेचैनी कम करने के लिए यह किताब आपका मार्गदर्शक हो सकता है।
बहुविध चे सभासदत्व* घ्या.